गुरुद्वारा राजघाट पातशाही दसवीं, कुरुक्षेत्र
गुरुद्वारा राजघाट पातशाही दसवीं, कुरुक्षेत्र में स्थित है और यह 1702–03 के सूर्य ग्रहण मेले के दौरान श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के आगमन की स्मृति से जुड़ा है। उस समय यह व्यापक मान्यता थी कि सूर्य ग्रहण के दौरान ब्राह्मणों को महंगे दान देने से सूर्य देव को उन राक्षसों से मुक्ति मिलती है जो सूर्य को निगल रहे होते हैं और दान करने वाले को भी आध्यात्मिक पुण्य प्राप्त होता है। गुरु गोबिंद सिंह जी ने अपनी बुद्धिमत्ता और विवेक से इस अंधविश्वास को चुनौती दी।
इन मान्यताओं की निरर्थकता को उजागर करने के लिए गुरु जी ने बहुमूल्य वस्तुएं एक गधे पर लाद दीं और ब्राह्मणों से उन्हें दान के रूप में स्वीकार करने को कहा। वे उपहारों के इच्छुक तो थे, लेकिन गधे को अपवित्र मानकर उसे छूने से हिचकिचा रहे थे। यह दृश्य लोगों का ध्यान आकर्षित करने लगा, जैसा गुरु जी चाहते थे। इसी अवसर पर गुरु जी ने लोगों को ग्रहण को देवी-देवताओं और राक्षसों से जोड़ने की भ्रांति तथा भय और लोभ से प्रेरित दान की व्यर्थता समझाई।
वहां उपस्थित ब्राह्मणों में से मणि राम ने सच्ची समझ और साहस का परिचय दिया। अन्य पुरोहितों द्वारा बहिष्कार की धमकियों के बावजूद उन्होंने गधे को गुरु जी की कृपा मानकर स्वीकार किया और आशीर्वाद की प्रार्थना की। उनकी श्रद्धा से प्रसन्न होकर गुरु गोबिंद सिंह जी ने उन्हें एक हुकमनामा और एक कटार प्रदान की, जो पवित्र स्मृति-चिह्न माने जाते हैं। आज गुरुद्वारा राजघाट पातशाही दसवीं गुरु जी की अंधविश्वास के विरुद्ध शिक्षाओं तथा सत्य, तर्क और आध्यात्मिक चेतना के संदेश का प्रतीक है।
गुरुद्वारा राजघाट पातशाही दसवीं पहुँचने के लिए आप अपनी सुविधा और स्थान के अनुसार विभिन्न परिवहन साधनों का उपयोग कर सकते हैं। नीचे यात्रा के प्रमुख विकल्प दिए गए हैं:
हवाई मार्ग से: निकटतम हवाई अड्डा कुरुक्षेत्र एयरपोर्ट है, जो लगभग 15 किमी दूर स्थित है। इसके अलावा चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लगभग 85 किमी की दूरी पर है।
रेल मार्ग से: कुरुक्षेत्र जंक्शन सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है, जो गुरुद्वारे से लगभग 5 किमी दूर है। स्टेशन से टैक्सी और रिक्शा आसानी से उपलब्ध हैं।
सड़क मार्ग से: गुरुद्वारा राजघाट साहिब सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। आप कुरुक्षेत्र शहर के केंद्र से निजी वाहन द्वारा या स्थानीय बस और टैक्सी के माध्यम से यहाँ पहुँच सकते हैं। यह गुरुद्वारा कुरुक्षेत्र–जगाधरी रोड पर स्थित है।
यात्रा से पहले वर्तमान परिवहन सुविधाओं और मार्गों की जानकारी अवश्य जांच लें, क्योंकि समय के साथ इनमें बदलाव हो सकता है।
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- गुरुद्वारा श्री पातशाही सातवीं - 1.2 Km
- गुरुद्वारा साहिब पातशाही छेवी - 1.5 Km


