गुरुद्वारा कोढ़ीवाला घाट साहिब
गुरुद्वारा कोढ़ीवाला घाट साहिब पहले गुरु, गुरु नानक देव जी से जुड़ा हुआ है, जो 1514 ईस्वी में अपनी तीसरी उदासी के दौरान यहां आए थे। जब गुरु जी इस स्थान पर पहुंचे, तब अंधेरा हो चुका था। लेकिन किसी भी गांववाले ने गुरु जी और उनके साथियों को ठहरने के लिए जगह नहीं दी। इसके बजाय, उन्होंने गुरु जी को एक कोढ़ी (कुष्ठ रोगी) की झोपड़ी में भेज दिया, जिसे गांव से बाहर निकाल दिया गया था। गुरु जी ने उसी झोपड़ी में रात बिताई, जहां उन्होंने कीर्तन और ध्यान किया। गुरु जी के कीर्तन को सुनकर उस कोढ़ी को शांति मिली और शायद बहुत समय बाद उसे चैन की नींद आई।
सुबह होते ही, उसने गुरु जी से अपनी बीमारी से मुक्ति दिलाने की प्रार्थना की। गुरु जी ने उसे पास के सरोवर में स्नान करने के लिए कहा। गुरु जी की कृपा से जब उसने सरोवर में स्नान किया, तो उसकी बीमारी दूर हो गई। जब गांववालों को इस चमत्कार के बारे में पता चला, तो वे गुरु जी के पास आए और क्षमा याचना करने लगे। गुरु जी ने उन्हें यात्रियों के लिए यहां एक विश्राम स्थल बनाने के लिए कहा, और इसी स्थान पर बाद में यह गुरुद्वारा स्थापित किया गया।
यह गुरुद्वारा कार सेवा संगठन द्वारा प्रबंधित किया जाता है। यहां गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व और बैसाखी बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।
आवास की सुविधा:
गुरुद्वारा परिसर में चालीस कमरों वाली सराय बनाई गई है, जहां यात्रियों के लिए ठहरने की सुविधा उपलब्ध है। इन कमरों में अटैच बाथरूम और शौचालय की व्यवस्था है। इसके अलावा, महिलाओं के लिए अलग से रहने की सुविधा भी प्रदान की गई है।
गुरुद्वारा कोढ़ीवाला घाट साहिब तक पहुंचने के लिए आप अपनी सुविधा और स्थान के अनुसार विभिन्न परिवहन साधनों का उपयोग कर सकते हैं। यहां कुछ विकल्प दिए गए हैं:
कार से: गुरुद्वारा तिकुनिया से लगभग 4 किमी की दूरी पर स्थित है। इस गुरुद्वारे तक पहुंचने के लिए घने जंगल और ऊबड़-खाबड़ रास्तों से होकर गुजरना पड़ता है। खासकर पलिया के बाद सड़क की स्थिति खराब हो सकती है।
ट्रेन से: सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन पलिया कलां रेलवे स्टेशन (स्टेशन कोड: PLK) है। वहां पहुंचने के बाद, आप टैक्सी किराए पर लेकर या स्थानीय परिवहन का उपयोग करके गुरुद्वारे तक पहुंच सकते हैं।
बस से: पलिया तक जाने के लिए स्थानीय बसें उपलब्ध हैं, जहां से गुरुद्वारे तक पहुंचने के लिए एक छोटी टैक्सी यात्रा करनी होगी।
हवाई मार्ग से: निकटतम हवाई अड्डा लखनऊ में स्थित है, जो लगभग 150 किमी दूर है। वहां से आप टैक्सी लेकर गुरुद्वारे तक पहुंच सकते हैं।
यात्रा से पहले, अपनी आरंभिक स्थिति और मौजूदा परिवहन विकल्पों को ध्यान में रखते हुए समय सारिणी और मार्ग की जानकारी प्राप्त कर लेना बेहतर होगा।
अन्य नजदीकी गुरुद्वारे
- गुरुद्वारा साहिब तिकुनिया - 3.3 km