
गुरुद्वारा छेवीं पातशाही, बज़ुर्गवाल
गुरुद्वारा छेवीं पातशाही, बज़ुर्गवाल सिख इतिहास का एक महत्वपूर्ण स्थल है, जहां गुरु हरगोबिंद साहिब जी ने कश्मीर से लौटते समय विश्राम किया था। समय के साथ यहां स्थित तीनों गुरुद्वारों में से दो पूरी तरह नष्ट हो चुके हैं और तीसरे के केवल धुंधले अवशेष ही शेष हैं। आज यह स्थान बिना किसी स्पष्ट पहचान के उपेक्षित अवस्था में पड़ा हुआ है और स्थानीय लोगों की सहायता के बिना इसे पहचानना कठिन है।






