गुरुद्वारा भाई हिमा जी, मघियाना, झंग
पुराने झंग शहर के भाबराना मोहल्ले में स्थित गुरुद्वारा भाई हिमा जी सिख विरासत का एक महत्वपूर्ण और जीवंत प्रतीक है। इसे धर्मशाला हेमा जी महाराज के नाम से भी जाना जाता है। यह तीन मंज़िला ऐतिहासिक इमारत केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि अतीत की आस्था, सेवा और कला का साक्षात प्रमाण है।
गुरुद्वारे के केंद्र में प्रकाशस्थान स्थित है, जहाँ पवित्र ग्रंथों का आदरपूर्वक प्रकाश किया जाता था। यहाँ स्थापित मंजी साहिब लकड़ी से निर्मित है और उस पर की गई अत्यंत सुंदर पुष्पाकृत नक्काशी बरादरी शैली की याद दिलाती है। यह कारीगरी उस समय की धार्मिक भावना और शिल्प कौशल को दर्शाती है।
इस गुरुद्वारे की एक विशेषता इसका समय के साथ विकसित होना है। मंजी साहिब के समीप स्थित एक कक्ष, जहाँ पहले धार्मिक ग्रंथों की लाइब्रेरी थी, आज दृष्टिबाधित बच्चों के लिए एक विद्यालय के रूप में उपयोग किया जा रहा है। इस परिवर्तन के माध्यम से यह स्थान आज भी ज्ञान और सेवा की परंपरा को जीवित रखे हुए है।
इसके अतिरिक्त, सीढ़ियों के पास संगमरमर से बना एक छोटा गुंबदाकार पवित्र स्थल स्थित है, जिस पर लिखा है:
“भजन स्थान भाई माया रामा साहिब जी”। यह शिलालेख इस गुरुद्वारे के बहुआयामी आध्यात्मिक महत्व की ओर संकेत करता है।
हालाँकि यह गुरुद्वारा ऐतिहासिक और कलात्मक दृष्टि से अत्यंत समृद्ध है, फिर भी इसके संरक्षण की आवश्यकता स्पष्ट रूप से महसूस होती है। इसका संरक्षण केवल एक इमारत को बचाने का प्रयास नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए साझा सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को सुरक्षित रखने का दायित्व है।
गुरुद्वारा भाई हिमा जी तक पहुँचने के लिए, कई विकल्प हैं:
सड़क मार्ग से: झंग सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। यह लाहौर से लगभग 210 किमी, चिनीओट से 100 किमी, फैसलाबाद से 70 किमी और गोजरा से 35 किमी दूर है। चिनीओट या फैसलाबाद से झंग–फैसलाबाद रोड के माध्यम से पहुँचा जा सकता है।
रेल मार्ग से: झंग में रेलवे स्टेशन है, जो लाहौर और कराची जैसे प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। स्टेशन से स्थानीय टैक्सी या रिक्शा लेकर गुरुद्वारे तक पहुँचा जा सकता है।
हवाई मार्ग से: सबसे नज़दीकी हवाई अड्डा फैसलाबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (LYP) है। वहाँ से झंग टैक्सी द्वारा लगभग 59 मिनट की दूरी पर है। एक अन्य विकल्प लाहौर हवाई अड्डा (LHE) है, जो सड़क मार्ग से लगभग 3 घंटे 31 मिनट दूर है।
झंग शहर के भीतर: झंग पहुँचने के बाद गुरुद्वारा भाई हिमा जी तक जाने के लिए स्थानीय टैक्सी या रिक्शा की आवश्यकता पड़ सकती है। सटीक मार्ग के लिए स्थानीय लोगों से मार्गदर्शन लेना उपयोगी रहता है।
महत्वपूर्ण सूचना: भारतीय नागरिकों को पाकिस्तान यात्रा के लिए तीर्थयात्रा उद्देश्य का स्पष्ट उल्लेख करते हुए वीज़ा प्राप्त करना अनिवार्य है। यात्रा की योजना बनाने से पहले संबंधित पाकिस्तानी प्राधिकरणों से नवीनतम नियमों की जाँच अवश्य करें।


