गुरुद्वारा बीड़ बाबा बुड्ढा साहिब जी
गुरुद्वारा बीड़ बाबा बुड्ढा साहिब जी वह पवित्र स्थान है जहाँ बाबा बुड्ढा जी ने सेवा, सिमरन और संगत को शिक्षा प्रदान की। मुगल बादशाह अकबर, गुरु अमरदास जी के आध्यात्मिक जीवन से बहुत प्रभावित हुआ था। गोइंदवाल साहिब की यात्रा के दौरान वह गुरु जी की विनम्रता और उच्च सोच से प्रेरित हो गया। इसी श्रद्धा के कारण उसने झब्बाल गाँव की भूमि गुरु अमरदास जी को भेंट कर दी।
गुरु जी ने इस भूमि की देखभाल का कार्य बाबा बुड्ढा जी को सौंपा। उस समय यह क्षेत्र एक छोटे जंगल जैसा था, इसलिए इसे ‘बीड़’ कहा जाने लगा। बाबा बुड्ढा जी यहाँ रहते हुए पशुओं और खेती की सेवा करते थे। साथ ही वे संगत को गुरबाणी, गुरुमुखी और सिख सिद्धांतों की शिक्षा भी देते थे। उनके लंबे समय तक यहाँ रहने के कारण यह स्थान ‘बीड़ बाबा बुड्ढा जी’ के नाम से प्रसिद्ध हो गया।
1594 ईस्वी में माता गंगा जी बाबा बुड्ढा जी के लिए मिस्सी रोटी लेकर इस स्थान पर पहुँचीं। बाबा जी ने इसे प्रेम से स्वीकार किया और उन्हें संतान सुख का आशीर्वाद दिया। कुछ समय बाद माता गंगा जी और गुरु अर्जन देव जी के घर गुरु हरगोबिंद साहिब जी का जन्म हुआ।
इस अद्भुत कृपा के बाद संगत इस स्थान पर मनोकामना पूर्ण होने की भावना से अरदास करने आने लगी। आज भी कई परिवार यहाँ संतान प्राप्ति तथा सुख-शांति के लिए अरदास करते हैं और कड़ाह प्रसाद चढ़ाते हैं। माता गंगा जी के आगमन की याद में हर साल 20, 21 और 22 अस्सू को सालाना मेला लगता है। इसके अलावा हर महीने संग्रांद का कार्यक्रम भी श्रद्धा से मनाया जाता है।
गुरुद्वारा बीड़ बाबा बुड्ढा साहिब जी तक पहुंचने के लिए, आप अपने स्थान और प्राथमिकताओं के आधार पर परिवहन के विभिन्न तरीकों का उपयोग कर सकते हैं। यहां कई विकल्प हैं:
कार द्वारा: गुरुद्वारा अमृतसर से कार द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है। यह झब्बाल कलां के पास छब्बाल-अमृतसर रोड पर स्थित है। दूरी लगभग 20 किमी है।
ट्रेन द्वारा: नज़दीकी रेलवे स्टेशन अमृतसर जंक्शन है। स्टेशन से झब्बाल या ठट्टा गाँव की ओर जाने के लिए टैक्सी या बस उपलब्ध है।
बस द्वारा: अमृतसर से झब्बाल और आसपास के गाँवों के लिए नियमित बसें चलती हैं। बस स्टॉप से आप ऑटो या टैक्सी लेकर गुरुद्वारे तक पहुँच सकते हैं।
विमान द्वारा: निकटतम एयरपोर्ट श्री गुरु राम दास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, अमृतसर है। हवाई अड्डे से गुरुद्वारा लगभग 30 किमी दूर है और टैक्सी आसानी से मिल जाती है।
यात्रा पर निकलने से पहले, यह सलाह दी जाती है कि आप अपनी लोकेशन के आधार पर वर्तमान परिवहन शेड्यूल और उपलब्धता की जांच कर लें। इसके अलावा, जब आप झब्बाल या ठट्टा गाँव पहुँचें, तो स्थानीय लोगों से मार्गदर्शन लेने में संकोच न करें, क्योंकि यह गुरुद्वारा उस क्षेत्र में एक प्रसिद्ध स्थल है।
अन्य नजदीकी गुरुद्वारे
- गुरुद्वारा बीबी वीरो जी - 4.8km
- गुरुद्वारा बाबा नानक देव जी - 6.2 km
- गुरुद्वारा टहला साहिब - 10.2 km


