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अकाल तखत

अकाल तखत एक सिख धर्मस्थल है, जो भारत के पंजाब राज्य में अमृतसर शहर के हरमंदिर साहिब के समक्ष स्थित है। अकाल तखत, सिख धर्म का पाँचवां तखत है जो भारत के पंजाब राज्य के अमृतसर शहर में स्थित है। इसे गुरु हरगोबिंद सिंह ने 1606 में आध्यात्मिक शक्तियों की रक्षा के लिए स्थापित किया था।

इसके अलावा, अकाल तखत दुनिया के नामी गुरुद्वारों में से एक है। सिख समुदाय के लोग अकाल तखत को अपने धर्म की शान और इसके स्थान के लिए बहुत महत्वपूर्ण मानते हैं।

अकाल तखत धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है। यह एक ऊँची इमारत है, जो सिख धर्म की तस्वीर है। इसका नाम अकाल तखत, जो संग्रहीत होता है वह अकाल से आता है, जो अमर रूप से परिभाषित है।

अकाल तखत का इतिहास बहुत अमूल्य है। यह दुनिया भर के सिखों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है, जो उनके लिए संतोषजनक है और उन्हें आध्यात्मिक संचार देता है। अकाल तखत में सिख समुदाय के बारे में फैसले किए जाते हैं। इसे “अमर सिंह जी द्वारा स्थापित राजसी तखत” के रूप में भी जाना जाता है। यह सभी सिखों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है जहां धर्म के संबंध में महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाते हैं।

अकाल तख्त गुरुद्वारा पंजाब के अमृतसर में स्थित है। यहाँ पहुंचने के कुछ तरीके हैं:

  • हवाई मार्ग से: निकटतम हवाई अड्डा अमृतसर में श्री गुरु राम दास जी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है। वहां से आप टैक्सी या बस लेकर गुरुद्वारा तक पहुंच सकते हैं, जो लगभग 15-20 मिनट दूर है।
  • रेल मार्ग से: अमृतसर रेलवे स्टेशन भारत के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। स्टेशन से आप टैक्सी या ऑटोरिक्शा लेकर गुरुद्वारा तक पहुंच सकते हैं, जो लगभग 15-20 मिनट दूर है।
  • बस मार्ग से: अमृतसर में एक अच्छी बस सेवा है, और आप निकटवर्ती शहरों से बस ले सकते हैं ताकि आप अमृतसर बस स्टैंड तक पहुंच सकें। वहां से आप टैक्सी या ऑटोरिक्शा लेकर गुरुद्वारा तक पहुंच सकते हैं।
  • कार से: यदि आपके पास अपनी गाड़ी है या आपने किराए पर कोई गाड़ी ली है तो आप गुरुद्वारा तक ड्राइव कर सकते हैं।

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