गुरुद्वारा डेहरा साहिब गुरु अर्जन देव जी

गुरुद्वारा डेहरा साहिब गुरु अर्जन देव जी, जो पाकिस्तान के लाहौर में शाही मस्जिद के सामने स्थित है, उस पवित्र स्थान को दर्शाता है जहाँ सिखों के पाँचवें गुरु, गुरु अर्जन देव जी ने 30 मई 1606 को शहादत प्राप्त की। कठोर यातनाएँ सहने के बाद, पहरेदारों ने गुरु जी को अपने जलते हुए शरीर को शांत करने के लिए रावी नदी में स्नान करने की अनुमति दी। वहीं गुरु अर्जन देव जी ज्योति-जोत समा गए।

सन् 1619 में गुरु अर्जन देव जी के पुत्र, छठे गुरु गुरु हरगोबिंद साहिब जी ने इस स्थान का दौरा किया और अपने पिता की महान शहादत की स्मृति में यहाँ एक स्मारक का निर्माण करवाया। बाद में महाराजा रणजीत सिंह ने इस स्थल पर एक छोटा लेकिन अत्यंत सुंदर गुरुद्वारा बनवाया। वर्ष 1909 में यहाँ दीवान हॉल का निर्माण हुआ और इसके साथ सराय, संगमरमर का द्वार तथा निशान साहिब जैसी अन्य सुविधाएँ भी जोड़ी गईं।

सन् 1925 में इस गुरुद्वारे का प्रबंधन स्थानीय समिति ने संभाला, लेकिन 1927 में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने इसका कार्यभार ग्रहण किया और 1930 में पुनर्निर्माण कार्य आरंभ कराया। 1934 में गुरुद्वारे का निर्माण कार्य पूर्ण हुआ, जिसमें इसके गुंबदों पर सोने की परत चढ़ाई गई।

1947 के विभाजन के बाद, गुरुद्वारे के विस्तार का कार्य अधूरा रहने के बावजूद यह श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र बना रहा। आज भी गुरुद्वारा डेहरा साहिब में प्रतिदिन श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का प्रकाश और पाठ होता है। गुरु अर्जन देव जी की शहादत की वर्षगांठ पर आयोजित शहीदी जोड़ मेला के अवसर पर बड़ी संख्या में सिख श्रद्धालु यहाँ श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए आते हैं।

गुरुद्वारा डेरा साहिब गुरु अर्जन देव जी तक पहुंचने के लिए नीचे कई विकल्प दिए गए हैं:

कार द्वारा: गुरुद्वारा डेहरा साहिब लाहौर के विभिन्न हिस्सों से कार द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है। यह शहर के केंद्र में शाही मस्जिद के पास, लाहौर किले के सामने स्थित है और प्रमुख सड़कों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।

रेल द्वारा: निकटतम रेलवे स्टेशन लाहौर जंक्शन है। वहाँ से आप टैक्सी या रिक्शा लेकर गुरुद्वारा डेहरा साहिब पहुँच सकते हैं, जो लगभग 4 किलोमीटर की दूरी पर है।

बस द्वारा: लाहौर में सार्वजनिक बसें नियमित रूप से चलती हैं। आप शाह आलम मार्केट या लाहौर किले के पास तक बस ले सकते हैं और वहाँ से पैदल गुरुद्वारे तक पहुँच सकते हैं।

हवाई मार्ग से: निकटतम हवाई अड्डा अल्लामा इक़बाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, लाहौर है, जो लगभग 20 किलोमीटर दूर है। हवाई अड्डे से टैक्सी या उबर और करीम जैसी राइड-शेयरिंग सेवाएँ उपलब्ध हैं।

यात्रा पर निकलने से पहले, अपने स्थान के अनुसार वर्तमान परिवहन समय-सारिणी और उपलब्धता की जाँच करना उचित है। इसके अतिरिक्त, लाहौर पहुँचने के बाद स्थानीय लोगों से मार्गदर्शन लेने में संकोच न करें, क्योंकि यह गुरुद्वारा क्षेत्र में एक प्रसिद्ध स्थल है।

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