गुरुद्वारा श्री संत घाट

सुल्तानपुर लोधी भारत के सबसे प्राचीन नगरों में से एक है, जिसकी स्थापना पहली शताब्दी ईस्वी के आसपास मानी जाती है। पहले इसे तामसवाना कहा जाता था और बाद में लोदी शासनकाल में इसका पुनर्निर्माण हुआ। यह नगर दिल्ली और लाहौर के बीच व्यापारिक मार्ग का प्रमुख केंद्र भी रहा। सिख इतिहास में यह नगर विशेष स्थान रखता है क्योंकि यह गुरु नानक देव जी के जीवन से गहराई से जुड़ा हुआ है।

गुरु नानक देव जी लगभग 14 वर्षों तक सुल्तानपुर लोधी में रहे। यहाँ वे दौलत खान लोधी के अधीन मोदीखाना (अन्न भंडार) के प्रभारी के रूप में कार्यरत थे। यहीं पर गुरु जी का विवाह माता सुलखनी जी से हुआ और उनके दो पुत्र – श्रीचंद जी और लक्ष्मी दास जी – का जन्म हुआ। इस अवधि में उनके चारों ओर एक संगत विकसित हुई, जिसके बारे में भाई गुरदास जी ने लिखा कि “सुल्तानपुर भगवान की आराधना का खजाना बन गया।”

गुरुद्वारा संत घाट वही पवित्र स्थान है जहाँ गुरु नानक देव जी तीन दिन तक पवित्र काली बेईं में विलीन रहने के बाद प्रकट हुए। इन तीन दिनों तक वे परमात्मा की दिव्य हाजरी में रहे और उन्हें नौ निधियों, नाम और पूर्ण विनम्रता का वरदान मिला। भाई गुरदास जी अपनी वारों में लिखते हैं कि इसी स्थान पर गुरु नानक देव जी ने मूल मंत्र का उच्चारण किया और ईश्वर की एकता का संदेश संसार को दिया।

आज गुरुद्वारा संत घाट गुरु जी की दिव्य ज्योति और उनके आध्यात्मिक मिशन की शुरुआत का प्रतीक है, जो सत्य, विनम्रता और भक्ति का संदेश देता है।

गुरुद्वारा श्री संत घाट तक पहुंचने के लिए, आप अपने स्थान और प्राथमिकताओं के आधार पर परिवहन के विभिन्न तरीकों का उपयोग कर सकते हैं। यहां कई विकल्प हैं:

  • सड़क मार्ग से: सुल्तानपुर लोधी पंजाब के कपूरथला ज़िले में स्थित है और जालंधर, कपूरथला तथा अमृतसर से सड़क मार्ग द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है। स्थानीय टैक्सी, बस और ऑटो उपलब्ध रहते हैं।

  • रेल मार्ग से: सुल्तानपुर लोधी रेलवे स्टेशन सबसे नज़दीकी स्टेशन है, जो पंजाब के प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। स्टेशन से गुरुद्वारा संत घाट कुछ ही दूरी पर स्थित है।

  • हवाई मार्ग से: अमृतसर का श्री गुरु रामदास जी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (लगभग 75 किमी दूर) सबसे नज़दीकी एयरपोर्ट है। हवाई अड्डे से टैक्सी या बस द्वारा सुल्तानपुर लोधी पहुँचा जा सकता है।

यात्रा करने से पहले, अपने शुरुआती स्थान और वर्तमान स्थितियों के आधार पर परिवहन विकल्पों और शेड्यूल की जांच करना एक अच्छा विचार है।

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